हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,उच्च धार्मिक शिक्षण परिषद के सचिव ने अमेरिका द्वारा यूक्रेन के राष्ट्रपति के प्रति अपमानजनक व्यवहार की ओर इशारा करते हुए कहा,यह रवैया दिखाता है कि अमेरिका बातचीत और वार्ता करने की योग्यता नहीं रखता सही मार्ग यह है कि नेतृत्व का अनुसरण किया जाए और उनके मार्गदर्शन के अनुसार कार्य किया जाए।
उच्च धार्मिक शिक्षण परिषद के सचिव आयतुल्लाह मेंहदी शब ज़िंदादार ने हौज़ा न्यूज़ एजेंसी से बातचीत में अमेरिका की साम्राज्यवादी और वर्चस्ववादी नीति की आलोचना करते हुए कहा,यूक्रेन के राष्ट्रपति अमेरिका के नौकर थे उन्होंने अमेरिका की इतनी सेवा की लेकिन फिर भी उनके साथ ऐसा व्यवहार किया गया। क्या यह सबक लेने के लिए काफी नहीं है? क्या यह साबित नहीं करता कि ऐसे लोग वार्ता और बातचीत के योग्य नहीं हैं? यदि वे तर्कशील और न्यायप्रिय होते तो ऐसा अपमानजनक व्यवहार नहीं करते।
सही रास्ता यह है कि हम सभी अपनी निगाहें नेतृत्व पर टिकाए रखें और उनके निर्देशों के अनुसार कार्य करें पिछले चालीस वर्षों से हिज़्बुल्लाह और वे सभी जिन्होंने सुप्रीम लीडर का अनुसरण किया सफलता प्राप्त करते रहे हैं।
उन्होंने सीरिया लेबनान, फिलिस्तीन और ग़ज़ा की स्थिति की ओर इशारा करते हुए कहा,मानव इतिहास में ये उतार चढ़ाव हमेशा रहे हैं। परमात्मा ने कुरान में कहा है हम इनकी भी सहायता करते हैं और उनकी भी सहायता करते हैं क्योंकि यह दुनिया परीक्षा की जगह है और इन परीक्षाओं का होना अनिवार्य है।
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